नोएडा, 22 मार्च।
विश्व कविता दिवस पर छात्रों को सांस्कृतिक विरासतों को संरक्षित करने और अपने भावों को व्यक्त करने में कविता के महत्व को बताने के हेतु एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी बिजनेस स्कूल द्वारा आयोजित 10वें ग्लोबल लीडरशिप रिसर्च सम्मेलन ‘‘जीएलआरसी 2025’’ के तत्वाधान में ‘‘काव्य संध्या’’ का आयोजन किया गया जिसमें कवि दिनेश रघुवंशी, डा श्रद्धा निकुंज भारद्वाज ‘अश्क’, डा दीपक शर्मा, श्री रामकिशोर उपाध्याय, डा जगमोहन रॉय, डॉ विवेक गौतम और डॉ मधु मोहिनी उपाध्याय ने अपनी रचनाये प्रस्तुत की। कविता मंच का संचालन कवि और एमिटी बिजनेस स्कूल के डा कुमार आदित्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम में कवियों का स्वागत एमिटी विश्वविद्यालय के एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा संजीव बंसल द्वारा किया गया।
काव्य संध्या का प्रारंभ मंच संचालक डा कुमार आदित्य द्वारा गुरूवर के चरणों में प्रणाम करते हुए ‘‘कैसे अदा करूं शुक्रिया तुम्हारा’ से किया गया। इसके उपरांत डा श्रद्धा निकुंज भारद्वाज ‘अश्क’, ने काव्य पाठ करते हुए प्रेम गीत:हर दिल का अफसाना’ और सोच की सारी हदों को को तोड़ना जैेसी प्रेरक कवितायें सुनाई। महिलाओं और बालिकाओं को प्रेरित करते हुए उन्होनें ‘‘पुरानी सोच को पीछे छोड़ आगे बढ़ना है कविता पाठ किया जिसे सभी द्वारा सराहा गया।
इस काव्य संध्या में कवि राम किशोर उपाध्याय ने जिंदगी को मस्ती से जीने का मजा कुछ और है के साथ यात्रा के दौरान डेन्यूब नदी और गंगा नदी के मध्य के संवाद को प्रस्तुत किया। कवि दीपक शर्मा ने कविता के महत्व को बताते हुए महज अल्फाज से खिलवाड नही है कविता और लोगों के बदलते व्यवहार पर सामने कुछ है, कुछ और कहा करते है कविता का पाठ किया।
कवियत्री डॉ मधु मोहिनी उपाध्याय हिंदू नव वर्ष की बधाई देते हुए खुशी बेमिसाल मिले कोई ना बवाल मिले कविता का पाठ किया। इसके उपरांत प्रेम के ढाई अच्छरों की व्याख्या करते हुए छात्रों को कविताओं के रंग मे ंरंग दिया। इसके अतिरिक्त इस काव्य संध्या में अन्य कवियों द्वारा अपनी प्रस्तुती दी गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने कविताओं का लुत्फ उठाया।
कवियों का स्वागत एमिटी विश्वविद्यालय के एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा संजीव बंसल ने कहा कि जीवन में कविताये केवल अभिव्यिक्त का माध्यम ही नही बल्कि परंपरा को संरक्षित भी करती है। व्यापार और किसी भी ताकत से अधिक उर्जावान होती है कवितायों जो व्यक्तियों के मन को झकझोर कर उन्हे सही मार्ग पर ले आती है। एमिटी में इस काव्य संध्या के जरीए हमारा उददेश्य कवियों और उनकी रचनाओं के प्रति आदर प्रकट करना है।