नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
मंगलवार रात करीब 8 बजे जब नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर अचानक एक सफारी दिखी, तो किसी को अंदाजा नहीं था कि उसमें खुद पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर श्रीमती लक्ष्मी सिंह सवार हैं। कोहरे और ठंड के बावजूद कमिश्नर मैडम खुद रात में सड़क पर उतर आई थीं – पीआरवी वाहनों की सरप्राइज चेकिंग करने।
परिणाम? हड़कंप मच गया।
रात 8 बजे की पहली चेकिंग में चार पीआरवी में से सिर्फ एक ही अपनी लोकेशन पर मिली। तीन गायब।
दो घंटे बाद रात 10 बजे दोबारा चेकिंग की गई – चार में से दो फिर फरार। बस फिर क्या था…
कमिश्नर मैडम ने तुरंत आदेश दिया – “सभी गायब पीआरवी के स्टाफ को तत्काल निलंबित करो।”
10 पुलिसकर्मी (5 कांस्टेबल/उपनिरीक्षक और 5 चालक) एक झटके में सस्पेंड।
डायल-112 के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडे को पर्यवेक्षण में लापरवाही के लिए लाइन हाजिर कर दिया गया।
दो घंटे बाद रात 10 बजे दोबारा चेकिंग की गई – चार में से दो फिर फरार। बस फिर क्या था…
कमिश्नर मैडम ने तुरंत आदेश दिया – “सभी गायब पीआरवी के स्टाफ को तत्काल निलंबित करो।”
10 पुलिसकर्मी (5 कांस्टेबल/उपनिरीक्षक और 5 चालक) एक झटके में सस्पेंड।
डायल-112 के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडे को पर्यवेक्षण में लापरवाही के लिए लाइन हाजिर कर दिया गया।
जिन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया, उनमें शामिल हैं:
- उ.नि. रतन सिंह, मु.आ. छोटेलाल सिंह (पीआरवी 1861)
- मु.आ. अखलीम अली, मु.आ. चालक सुमित कुमार (पीआरवी 2406)
- आरक्षी रविन्द्र कुमार, होमगार्ड चालक नवीन्द्र सिंह (पीआरवी 1844)
- आरक्षी राजू कुमार, आरक्षी चालक प्रशान्त बालियान (पीआरवी 2406)
- आरक्षी कृष्णवीर, आरक्षी चालक गौरव चौधरी (पीआरवी 1861)
कमिश्नरेट की ओर से जारी बयान में साफ कहा गया है, “शरद ऋतु में कोहरा और अपराध बढ़ने का खतरा देखते हुए हमने पुलिस विजिबिलिटी बढ़ाई है। लेकिन जो जवान ड्यूटी से गायब मिलेंगे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस रहेगा।”सूत्रों के मुताबिक, कमिश्नर मैडम ने खुद फोन पर कई थानों से पीआरवी की लोकेशन पूछी और जब जवाब नहीं मिला तो खुद सड़क पर निकल पड़ीं। यह कार्रवाई देखकर पूरे कमिश्नरेट में हड़कंप मच गया। कई थानों के एसएचओ रात में ही अपने पीआरवी को ढूंढने निकल पड़े।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लोगों ने इस सख्ती की खुलकर तारीफ की है। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं –
“जब कमिश्नर मैडम आधी रात को खुद सड़क पर उतरकर चेकिंग कर रही हैं, तो सच में सुरक्षित महसूस हो रहा है।”
“लक्ष्मी सिंह मैडम जिंदाबाद! ऐसे ही अफसर चाहिए।” कमिश्नरेट ने साफ कर दिया है – अब रात में कोई पीआरवी गायब मिली तो सीधे सस्पेंशन।
संदेश साफ है: ड्यूटी में कोताही नहीं चलेगी। जनता की सुरक्षा से बड़ा कुछ नहीं।
“जब कमिश्नर मैडम आधी रात को खुद सड़क पर उतरकर चेकिंग कर रही हैं, तो सच में सुरक्षित महसूस हो रहा है।”
“लक्ष्मी सिंह मैडम जिंदाबाद! ऐसे ही अफसर चाहिए।” कमिश्नरेट ने साफ कर दिया है – अब रात में कोई पीआरवी गायब मिली तो सीधे सस्पेंशन।
संदेश साफ है: ड्यूटी में कोताही नहीं चलेगी। जनता की सुरक्षा से बड़ा कुछ नहीं।
![]()
