-समीक्षा के दौरान पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के तेवर से पुलिस कर्मियों में हड़कंप
नोएडा(नोएडा खबर), 21 जून।
पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने अपराध समीक्षा और आगामी पर्व-त्योहारों की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में कड़ा रुख अपनाया। मई और जून महीने में अपराध नियंत्रण और निरोधात्मक कार्यवाही की समीक्षा के दौरान कई चौकियों और थानों की लापरवाही सामने आई, जिसके बाद त्वरित कार्रवाई की गई।
प्रमुख बिंदु:
6 चौकी प्रभारियों का निलंबन:
समीक्षा में पाया गया कि कुछ चौकियों ने दो महीनों में लगभग शून्य निरोधात्मक कार्यवाही की, जो लचर कार्यप्रणाली और विभागीय नियमों के उल्लंघन का द्योतक है। इसके चलते 6 चौकी प्रभारियों को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गई।
थाना प्रभारियों को चेतावनी: थाना दनकौर, रबूपुरा, नॉलेज पार्क, और ईकोटेक-3 के प्रभारियों को कार्यों में सुधार के लिए कड़ी चेतावनी दी गई और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
प्रशिक्षण के लिए स्थानांतरण: थाना एक्सप्रेस-वे के प्रभारी निरीक्षक राधवेंद्र सिंह को नवीन अपराधिक कानूनों और विभागीय नियमों की जानकारी के लिए रिक्रूट आरक्षियों के प्रशिक्षण हेतु आरटीसी से जोड़ा गया।
थाना प्रभारी नॉलेज पार्क विपिन कुमार को जनहित में मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया।
अपराध नियंत्रण पर जोर: जुआ, अवैध शराब, और मादक द्रव्यों की बिक्री/तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए।
यातायात और अवैध खनन पर सख्ती:
यातायात को सुचारु रखने और जाम की स्थिति से बचने के लिए सतर्कता बरतने के साथ-साथ अवैध खनन और ट्रकों में ओवरलोडिंग पर नियंत्रण के लिए संबंधित विभागों से समन्वय के निर्देश दिए गए। इसके लिए एक सप्ताह का विशेष अभियान चलाने का आदेश भी जारी हुआ।
स्थानांतरण नीति का पालन:
समीक्षा के दौरान विभिन्न कार्यालयों, शाखाओं, और थानों में स्थानांतरण नीति के तहत नियुक्ति व अवधि पूरी कर चुके अधिकारियों/कर्मचारियों की सूची तैयार कर 15 दिनों में स्थानांतरण/समायोजन करने के निर्देश दिए गए।
त्योहारों की तैयारियां:
आगामी मोहर्रम और कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरी करने, मार्गों का भ्रमण करने, और पारंपरिक तरीके से त्योहार मनाने के निर्देश दिए गए। नई परंपराओं को शुरू न करने पर जोर दिया गया।
पुलिस कमिश्नर ने सभी अधिकारियों को अपराध नियंत्रण, जनसुरक्षा, और विभागीय अनुशासन पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी। यह कार्रवाई गौतमबुद्धनगर में कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।