एक्टिव सिटीजन टीम की सक्रियता रंग लाई। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तुरंत संज्ञान लिया और परी चौक को फिर से संवारने का काम शुरू किया। प्राधिकरण ने निम्नलिखित कदम उठाए:
- परियों की मूर्तियों पर नया पेंट: मूर्तियों की जर्जर हालत को ठीक करते हुए उन पर नया रंग-रोगन किया गया, जिससे उनकी खूबसूरती फिर से निखर आई।
- साफ-सफाई का अभियान: चौक के आसपास फैली गंदगी को हटाने के लिए विशेष सफाई अभियान चलाया गया।
- पेड़-पौधों की छंटाई: अनछुए पेड़ों की कटिंग और सेटिंग की गई, जिससे हरा-भरा और व्यवस्थित माहौल बना।
- फव्वारों का संचालन: बंद पड़े फव्वारों को फिर से शुरू किया गया, जिसने चौक की रौनक को दोगुना कर दिया।
एक्टिव सिटीजन टीम: एक मिसाल
यह कहानी केवल परी चौक की सुंदरता को वापस लाने की नहीं, बल्कि एक जागरूक नागरिक समूह की सक्रियता की है। हरेन्द्र भाटी और उनकी एक्टिव सिटीजन टीम ने यह साबित कर दिखाया कि अगर हम अपने आसपास की समस्याओं को लेकर आवाज उठाएं और सही दिशा में कदम बढ़ाएं, तो बदलाव मुमकिन है। उनकी मेहनत और प्राधिकरण के सहयोग ने न केवल परी चौक को नया जीवन दिया, बल्कि अन्य नागरिकों को भी अपने शहर के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया।प्रेरणा का संदेश
हरेन्द्र भाटी और उनकी टीम की यह पहल हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है, जो अपने शहर को बेहतर बनाना चाहता है। यह कहानी हमें सिखाती है कि छोटे-छोटे प्रयास, सामूहिक सहयोग और जागरूकता से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। एक्टिव सिटीजन टीम ने न केवल अपने फर्ज को निभाया, बल्कि ग्रेटर नोएडा के हर निवासी को यह संदेश दिया कि अगर हम एकजुट होकर काम करें, तो कोई भी समस्या असमाधान नहीं है।धन्यवाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को
इस बदलाव के लिए एक्टिव सिटीजन टीम के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ, एसीईओ, महाप्रबंधक और सीनियर मैनेजर भी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई कर इस मुहिम को सफल बनाया। परी चौक आज फिर से अपनी पूरी शान के साथ खड़ा है, और यह गर्व का विषय है कि यह बदलाव एक जागरूक नागरिक समूह की पहल से संभव हुआ। आइए, हम सभी इस कहानी से प्रेरणा लें और अपने शहर को और बेहतर बनाने के लिए एक कदम आगे बढ़ाएं!
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