गौतमबुद्ध नगर, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
जनपद को पूरी तरह नशा मुक्त बनाने के संकल्प के साथ अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार की अध्यक्षता में नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर (NCORD) की जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में सबसे सख्त निर्देश स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों के आसपास चल रही सिगरेट, गुटखा एवं अन्य नशीले पदार्थों की दुकानों को लेकर दिए गए।
अपर जिलाधिकारी ने स्पष्ट आदेश दिए कि “जनपद के किसी भी स्कूल, कॉलेज या शिक्षण संस्थान के 100 गज की परिधि में सिगरेट, गुटखा या कोई भी नशीला पदार्थ बेचने वाली दुकान नहीं होनी चाहिए। ऐसी कोई दुकान मिली तो उसे तत्काल हटाया जाए।” इसके लिए सभी संबंधित विभाग नियमित अभियान चलाएं और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें।एडीएम ने कहा कि नशा केवल कानून-व्यवस्था का विषय नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है। युवा पीढ़ी को नशे से बचाना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने पुलिस, आबकारी और प्रशासन की संयुक्त टीम गठित कर अवैध नशे के कारोबार पर प्रभावी अंकुश लगाने के भी निर्देश दिए।बैठक में अधिकारियों ने पिछली बैठक के अनुपालन की अद्यतन रिपोर्ट प्रस्तुत की।

नशा मुक्त भारत अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए जागरूकता कार्यक्रमों और सामुदायिक भागीदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया गया।बैठक के अंत में सभी उपस्थित अधिकारियों ने नशे के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए नशा मुक्त भारत की शपथ ली।बैठक में जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक, तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की श्वेता खुराना सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।जिलावासियों से अपील की गई है कि नशे की किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या प्रशासन को दें, ताकि गौतमबुद्ध नगर को वाकई “ड्रग फ्री” बनाया जा सके। ![]()
