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नोएडा: एमिटी विश्वविद्यालय में 300 से अधिक पीएचडी छात्रों का हवन के साथ नया सत्र शुरू

नोएडा। (नोएडा खबर डॉट कॉम)
एमिटी विश्वविद्यालय में शनिवार को 300 से अधिक नवप्रवेशित पीएचडी छात्रों के लिए नए सत्र की शुरुआत एक भव्य ओरिएंटेशन कार्यक्रम के साथ हुई। इस दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ हवन के साथ किया गया, जिसमें एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डॉ. गुरिंदर सिंह, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. डब्ल्यू सेल्वामूर्ती, एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डॉ. चंद्रदीप टंडन, और पीएचडी प्रोग्राम के इंचार्ज डॉ. के.एम. सोनी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।

कठिन चयन प्रक्रिया के बाद चुने गए 300 छात्र
इस वर्ष हजारों अभ्यर्थियों ने एमिटी के विभिन्न डॉक्टरेट प्रोग्राम्स में आवेदन किया था। कठिन चयन प्रक्रिया के बाद 300 से अधिक छात्रों को पीएचडी पाठ्यक्रम के लिए चुना गया। यह कार्यक्रम नवप्रवेशित छात्रों को विश्वविद्यालय के शोध और नवाचार केंद्रित दृष्टिकोण से परिचित कराने के लिए आयोजित किया गया।शोध के माध्यम से राष्ट्र निर्माण पर जोर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डॉ. गुरिंदर सिंह ने कहा, “शोधकर्ता किसी भी संस्थान को नई पहचान देते हैं। आप हमारे भावी छात्रों के पथप्रदर्शक हैं। एमिटी आपको वैश्विक अवसर, ज्ञान और संसाधन प्रदान करेगा ताकि आप अपने शोध को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकें। हम न केवल आपके शोध में सहायता करेंगे, बल्कि आपके नवाचारों को पेटेंट कराने और उद्यम शुरू करने में भी मार्गदर्शन देंगे।” उन्होंने प्रार्थना और ईश्वरीय आशीर्वाद के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इससे कार्य में सफलता मिलती है।

एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. डब्ल्यू सेल्वामूर्ती ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आज जब विश्व भारत की ओर मार्गदर्शन के लिए देख रहा है, आपकी भूमिका अहम है। अपने शोध के लिए ऐसे विषय चुनें जो समाज की चुनौतियों का समाधान करें और सामाजिक विकास में योगदान दें। एमिटी आपको न केवल डिग्री देगा, बल्कि स्वास्थ्य, प्रसन्नता और सफलता के लिए प्रेरित करेगा। आप विकसित भारत 2047 के अभियान का हिस्सा बनें।

ओरिएंटेशन कार्यक्रम में कई विशेषज्ञों ने छात्रों को मार्गदर्शन दिया। डॉ. डब्ल्यू सेल्वामूर्ती ने “एमिटी यूनिवर्स में शोध और नवाचार” पर, डॉ. गुरिंदर सिंह ने “पीएचडी स्कॉलरों के लिए वैश्विक अवसर” पर, डॉ. चंद्रदीप टंडन ने “पीएचडी विनियम और दिशानिर्देश” पर, डॉ. एम.के. दत्ता ने “एआई-संचालित नवाचारों के लिए अनुसंधान के मूल सिद्धांत” पर, और फैकल्टी ऑफ हेल्थ एंड एलाइड साइंसेज के डीन डॉ. बी.सी. दास ने “क्यों, क्या और कैसे करें अनुसंधान” विषय पर व्याख्यान दिया।

दो दिवसीय कार्यक्रम में व्यापक मार्गदर्शन
यह दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम पीएचडी विनियमों और दिशानिर्देशों के साथ-साथ विभिन्न शोध विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। छात्रों को विश्वस्तरीय सुविधाओं, अनुसंधान के अवसरों और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहन के बारे में बताया जाएगा।

एमिटी का शोध और नवाचार पर जोर
एमिटी विश्वविद्यालय अपनी विश्वस्तरीय सुविधाओं और शोध आधारित शिक्षा के लिए जाना जाता है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करता है, बल्कि उन्हें समाज और राष्ट्र के लिए सार्थक योगदान देने के लिए भी तैयार करता है।

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