ग्रेटर नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) की 86वीं बोर्ड बैठक शनिवार को हुई। इसकी अध्यक्षता YEIDA के चेयरमैन और अपर मुख्य सचिव (औद्योगिक विकास) आलोक कुमार ने की। मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) राकेश कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बैठक में 23 प्रस्तावों पर चर्चा हुई, जिनमें से ज्यादातर को मंजूरी मिली। ये फैसले क्षेत्र के विकास, किसानों की भलाई, स्मार्ट विलेज योजना, लॉजिस्टिक हब और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देंगे। यहां बैठक के प्रमुख बिंदुओं को समझिए:
- YEIDA की कमाई और खर्च बढ़े
राकेश कुमार सिंह ने बताया कि YEIDA की वित्तीय स्थिति मजबूत है। इस साल 31 अगस्त 2025 तक 1,314 करोड़ रुपये की आय हुई, जो पिछले साल की तुलना में 100.48% ज्यादा है। वहीं, खर्च भी बढ़कर 2,003 करोड़ रुपये हो गया। इससे पता चलता है कि क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। - किसानों को 2,835 करोड़ का अतिरिक्त मुआवजा
2007-2013 के बीच जिन किसानों की जमीन ली गई थी, उन्हें 64.7% अतिरिक्त मुआवजा दिया जा रहा है। अब तक 2,835 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। यह राशि उनसे वसूल की गई, जिन्हें जमीन आवंटित हुई थी। यह कदम किसानों को न्याय दिलाने और विवाद खत्म करने में मदद करेगा। - किसानों को 7% आबादी भूखंड
जिन किसानों की जमीन ली गई, उन्हें उनकी जमीन का 7% हिस्सा आबादी भूखंड के रूप में दिया जा रहा है। 29 गांवों में 6,260 आरक्षण पत्र जारी हुए, जिनमें से 4,171 भूखंड आवंटित हो चुके हैं। 8 गांवों में विकास कार्य पूरा हो गया है, और बाकी में काम चल रहा है। इससे किसानों को उनकी जमीन का हक मिलेगा। - 29 गांव स्मार्ट विलेज बनेंगे
YEIDA 29 गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने पर काम कर रहा है। इनमें सड़क, पानी, सीवर, स्ट्रीट लाइट, चौपाल और कचरा प्रबंधन जैसी सुविधाएं होंगी। 19 गांवों में काम पूरा हो चुका है, 10 में चल रहा है। 125 करोड़ रुपये का निवेश कर दिसंबर 2026 तक बाकी 10 गांवों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। - गौशाला के लिए 2.2 किमी सड़क
आगरा के पास धौरऊ में बेसहारा गायों के लिए बनी गौशाला तक पहुंचने के लिए 2.2 किमी लंबी सड़क बनेगी। इस पर 2.15 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह कदम पशु कल्याण और पर्यावरण के लिए उठाया गया है। - YEIDA का नया दफ्तर
सेक्टर-18 में YEIDA का नया ऑफिस बनेगा, जिसका डिजाइन मंजूर हो गया है। यह भवन पर्यावरण के अनुकूल, भूकंप-रोधी और सभी के लिए सुलभ होगा। यह YEIDA की आधुनिक छवि को दर्शाएगा। - नोएडा एयरपोर्ट के पास लॉजिस्टिक हब
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सेक्टर-08F में लॉजिस्टिक और वेयरहाउसिंग हब बनेगा। इसके लिए बाजार अध्ययन होगा, फिर भूखंड और लेआउट तैयार होंगे। इससे व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। - हाई-राइज बिल्डिंग्स की सुरक्षा
15 मीटर से ऊंची इमारतों के लिए स्ट्रक्चरल ऑडिट पॉलिसी बनेगी। IIT, NIT जैसे संस्थानों के विशेषज्ञों का पैनल बनाया जाएगा। इससे इमारतों की सुरक्षा बढ़ेगी। - फेज-2 में अर्थ सेंटर
हाथरस जिले में फेज-2 के लिए अर्थ सेंटर बनेगा। इसके लिए परामर्शदाता का चयन हो चुका है। यह आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाएगा। - आगरा अर्बन सेंटर मास्टर प्लान 2041
आगरा में 14,480 हेक्टेयर जमीन पर 16.50 लाख लोगों के लिए मास्टर प्लान तैयार है। इसमें आवास, उद्योग, पर्यटन, ग्रीन जोन, सौर पार्क, जलाशय और लॉजिस्टिक हब शामिल हैं। यह योजना पर्यावरण के अनुकूल और लचीली होगी। - अपैरल और मेडिकल डिवाइस पार्क
नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर में 81 भूखंड आवंटित हुए, जिनमें से 43 को कब्जा मिला और 7 ने निर्माण शुरू किया। मेडिकल डिवाइस पार्क में 89 भूखंड आवंटित हुए, 36 को कब्जा मिला, और 8 ने निर्माण शुरू किया। ये प्रोजेक्ट कपड़ा और स्वास्थ्य उपकरण उद्योग को बढ़ाएंगे। - रुके हुए रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स
11 रुके हुए प्रोजेक्ट्स के लिए बिल्डरों से 402.50 करोड़ रुपये वसूले गए। अगले साल 671.59 करोड़ की आय होने की उम्मीद है। इससे 6,828 रजिस्ट्रियां और 401 सबलीज डीड पूरी होंगी। यह खरीदारों को राहत देगा।
राकेश कुमार सिंह ने कहा कि ये फैसले YEIDA को विकास, पर्यावरण संरक्षण और किसानों की भलाई के मामले में और मजबूत करेंगे।
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