नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
नोएडा के सेक्टर 51 में एक घर में घुसे 5 फीट से अधिक लंबे जहरीले कोबरा सांप ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। लेकिन वन विभाग की टीम ने अपने अथक प्रयासों से इस खतरनाक सांप को पकड़कर रेस्क्यू कर लिया, जिसके बाद पूरे सेक्टर ने राहत की सांस ली। यह रेस्क्यू ऑपरेशन 10 सितंबर 2025 को रात 8 बजे सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
दो दिन की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने इस जहरीले कोबरा को पकड़ने में सफलता हासिल की। इस घटना ने न केवल सेक्टर 51 के निवासियों, बल्कि पूरे जिले को हिलाकर रख दिया था। सांप के घर में घुसने की खबर ने स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया था, लेकिन वन विभाग ने हार नहीं मानी और कठिन परिश्रम के बाद सांप को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ दिया गया।
वन विभाग की टीम को मिला सम्मान
इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के फॉरेस्ट ऑफिसर पी.के. श्रीवास्तव और उनकी टीम के सदस्य विद्यासागर ने अहम भूमिका निभाई। दोनों अधिकारियों ने दो दिनों तक लगातार मेहनत की और सांप को पकड़ने में अपनी विशेषज्ञता का परिचय दिया। सेक्टर 51 के आरडब्ल्यूए महासचिव संजीव कुमार ने वन विभाग की पूरी टीम को उनके समर्पण और साहस के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया।
मीडिया की भूमिका सराहनीय
इस घटना को प्रमुखता से कवर करने वाले पत्रकारों का भी विशेष आभार व्यक्त किया गया है। संजीव कुमार ने कहा, “सभी पत्रकार बंधुओं का हृदय से धन्यवाद, जिन्होंने इस खबर को अपने अखबारों और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों पर प्रमुखता से जगह दी। उनके अथक प्रयासों और समर्थन ने इस असंभव कार्य को संभव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
क्यों बढ़ रही हैं ऐसी घटनाएं?
सेक्टर 51 के आसपास खाली पड़े प्लॉट और चल रहे निर्माण कार्यों को इस तरह की घटनाओं का कारण बताया जा रहा है। संजीव कुमार ने बताया कि इस समस्या को लेकर नोएडा प्राधिकरण से कई बार शिकायत की गई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। बारिश के मौसम में सांपों का रिहायशी इलाकों में आना आम हो गया है, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन को और सतर्कता बरतने की जरूरत है।
सावधानी और जागरूकता जरूरी

वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर घर में सांप दिखे तो घबराएं नहीं और तुरंत वन विभाग या सर्प विशेषज्ञों से संपर्क करें। साथ ही, घरों में दरारें, टूटे पाइप, और अन्य प्रवेश मार्गों को ठीक करवाने की सलाह दी गई है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।यह रेस्क्यू ऑपरेशन न केवल वन विभाग की तत्परता का प्रतीक है, बल्कि समाज और मीडिया के सहयोग से किसी भी चुनौती को पार करने की ताकत को भी दर्शाता है। ![]()
