नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
दीपावली की रौनक में एक परिवार का सिर शोक में डूब गया। गौतमबुद्धनगर जिले के दनकौर थाना क्षेत्र के मुतैना गांव में पटाखों के शोर को लेकर हुए मामूली विवाद ने खूनी मोड़ ले लिया। भारतीय सेना से रिटायर्ड फौजी सतपाल (62) की उनके ही भतीजे और साथियों ने ईंट-पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने भतीजे सुभाष, उसके भाई कुलदीप, सुभाष की पत्नी और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। आरोपी फरार हैं, और पुलिस की टीमें छापेमारी तेज कर चुकी हैं।विवाद से हिंसा तक का दर्दनाक सफर:
सोमवार रात करीब 9 बजे मुतैना गांव में सतपाल अपने घर के आंगन में खड़े थे, जब भतीजा सुभाष और उसके साथी दीपावली की धूम में पटाखे फोड़ रहे थे। शोर-शराबे से परेशान सतपाल ने इसका विरोध किया, जिससे दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया, लेकिन विवाद की जड़ें गहरी थीं। रात करीब 11 बजे सुभाष ने अपने भाई कुलदीप, पत्नी और एक अन्य व्यक्ति को साथ लेकर लाठियां-डंडे और ईंटें थामे सतपाल के घर पर धावा बोल दिया। उस वक्त सतपाल गहरी नींद में थे। आरोप है कि हमलावरों ने बिना देर किए उनके सिर और धड़ पर ईंटों से कई वार किए। खून से लथपथ सतपाल के चीखने की आवाज पर परिजन दौड़े, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। उन्हें फौरन नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर खून के धब्बे और चूरन-चूरन हुई ईंटें बिखरी मिलीं, जिन्हें फॉरेंसिक टीम जांच के लिए ले गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।पुलिस कार्रवाई और जांच:
दनकौर थाना पुलिस ने मृतक के बेटे की शिकायत पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 34 (साझा इरादा) के तहत चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। प्रारंभिक जांच में सीसीटीवी फुटेज और ग्रामीणों के बयान आरोपी पक्ष के खिलाफ हैं। डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मिया खान ने बताया, “मुतैना गांव में सतपाल की हत्या की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह मामला पटाखे फोड़ने को लेकर हुए विवाद से शुरू हुआ, जो बाद में हिंसक हो गया। हमने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”परिवार का शोक और सबक:
सतपाल, जो सेना की वर्दी में वर्षों सेवा कर चुके थे, अब अपने अपनों के हाथों शहीद हो गए। परिवार के सदस्य सदमे में हैं, और गांव में सन्नाटा पसर गया है। यह घटना दीपावली के जश्न के बीच एक कड़वा संदेश देती है—छोटे विवादों को समय रहते सुलझाएं, वरना वे खून के धब्बे छोड़ जाते हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि त्योहारों पर शांति बनाए रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दें।
सोमवार रात करीब 9 बजे मुतैना गांव में सतपाल अपने घर के आंगन में खड़े थे, जब भतीजा सुभाष और उसके साथी दीपावली की धूम में पटाखे फोड़ रहे थे। शोर-शराबे से परेशान सतपाल ने इसका विरोध किया, जिससे दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया, लेकिन विवाद की जड़ें गहरी थीं। रात करीब 11 बजे सुभाष ने अपने भाई कुलदीप, पत्नी और एक अन्य व्यक्ति को साथ लेकर लाठियां-डंडे और ईंटें थामे सतपाल के घर पर धावा बोल दिया। उस वक्त सतपाल गहरी नींद में थे। आरोप है कि हमलावरों ने बिना देर किए उनके सिर और धड़ पर ईंटों से कई वार किए। खून से लथपथ सतपाल के चीखने की आवाज पर परिजन दौड़े, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। उन्हें फौरन नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर खून के धब्बे और चूरन-चूरन हुई ईंटें बिखरी मिलीं, जिन्हें फॉरेंसिक टीम जांच के लिए ले गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।पुलिस कार्रवाई और जांच:
दनकौर थाना पुलिस ने मृतक के बेटे की शिकायत पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 34 (साझा इरादा) के तहत चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। प्रारंभिक जांच में सीसीटीवी फुटेज और ग्रामीणों के बयान आरोपी पक्ष के खिलाफ हैं। डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मिया खान ने बताया, “मुतैना गांव में सतपाल की हत्या की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह मामला पटाखे फोड़ने को लेकर हुए विवाद से शुरू हुआ, जो बाद में हिंसक हो गया। हमने चार आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”परिवार का शोक और सबक:
सतपाल, जो सेना की वर्दी में वर्षों सेवा कर चुके थे, अब अपने अपनों के हाथों शहीद हो गए। परिवार के सदस्य सदमे में हैं, और गांव में सन्नाटा पसर गया है। यह घटना दीपावली के जश्न के बीच एक कड़वा संदेश देती है—छोटे विवादों को समय रहते सुलझाएं, वरना वे खून के धब्बे छोड़ जाते हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि त्योहारों पर शांति बनाए रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दें।