नोएडा: साइबर खतरों से निपटने की रणनीति पर पुलिस कमिश्नरेट की हाई-लेवल सेमिनार

-‘साइबर हाइजीन’ और इंटर-एजेंसी सहयोग पर जोर, एक्सपर्ट्स को सम्मान
नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने डिजिटल युग में तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत कवच तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया। पुलिस आयुक्त कार्यालय के ऑडिटोरियम में ‘Need of the Hour: Cyber Security Protocols for Public & Private Enterprises’ विषय पर आयोजित पैनल चर्चा में देश-विदेश की मल्टीनेशनल कंपनियों, टेक फर्मों के साइबर सिक्योरिटी हेड्स, एकेडमिक प्रोफेसर्स, साइबर एक्सपर्ट्स और पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने साफ कहा, “साइबर सुरक्षा अब वैकल्पिक नहीं, अनिवार्य है। वित्तीय धोखाधड़ी, डेटा चोरी, फिशिंग अटैक, सोशल इंजीनियरिंग और रैनसमवेयर जैसे अपराधों का स्वरूप दिन-प्रतिदिन जटिल होता जा रहा है। इनसे बचाव के लिए मजबूत प्रोटोकॉल, नियमित सिस्टम ऑडिट, कर्मचारियों की साइबर जागरूकता ट्रेनिंग और इंटर-एजेंसी कॉर्डिनेशन जरूरी है।” उन्होंने साइबर हाइजीन (Cyber Hygiene) का पालन करने पर विशेष बल दिया और कहा कि “हर संस्थान को अपनी डिजिटल सफाई रखनी होगी।” पुलिस कमिश्नरेट स्तर पर छात्रों, नागरिकों और कॉर्पोरेट संस्थानों के लिए निरंतर साइबर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने सभी निजी व सार्वजनिक उपक्रमों से सूचना साझेदारी बढ़ाने और त्वरित रिपोर्टिंग का आह्वान किया।
साइबर सुरक्षा: सिर्फ तकनीक नहीं, सामूहिक जिम्मेदारी

पैनल चर्चा में विशेषज्ञों ने एक स्वर में कहा कि साइबर सुरक्षा केवल आईटी विभाग की जिम्मेदारी नहीं है। यह संयुक्त उत्तरदायित्व है जिसमें सार्वजनिक व निजी संस्थान, कानून प्रवर्तन एजेंसियां और आम नागरिक — तीनों की सक्रिय भूमिका अनिवार्य है। कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य:

  1. सार्वजनिक व निजी क्षेत्र में साइबर सुरक्षा जागरूकता बढ़ाना।
  2. विभिन्न संस्थानों के बीच संवाद और सहयोग को प्रोत्साहित करना।
  3. बदलते डिजिटल परिदृश्य में प्रभावी सुरक्षा तंत्र विकसित करना।

सम्मान समारोहकार्यक्रम के अंत में पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने उपस्थित सभी साइबर एक्सपर्ट्स को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उपस्थित प्रमुख अधिकारी:

  • अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था): डॉ. राजीव नारायण मिश्र
  • प्रभारी डीसीपी साइबर क्राइम: श्रीमती शैव्या गोयल
  • अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी

पुलिस की सतत मुहिमपुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने बताया कि साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए नागरिकों, स्कूल-कॉलेजों और कॉर्पोरेट्स के लिए नियमित प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। हेल्पलाइन 1930 और www.cybercrime.gov.in पर त्वरित शिकायत दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध है। पुलिस कमिश्नर का अंतिम संदेश:

“डिजिटल भारत तभी सुरक्षित होगा, जब हर हाथ में जागरूकता और हर सिस्टम में सुरक्षा होगी।”

यह आयोजन साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में पुलिस-कॉर्पोरेट सहयोग की नई मिसाल बना।

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