नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
आर्य समाज के 150 स्वर्णिम वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में नोएडा के आर्ष गुरुकुल एवं वानप्रस्थ परिसर में 14 दिसंबर तक आयोजित पांच दिवसीय भव्य वार्षिकोत्सव का शुभारंभ मंगलवार को अत्यंत गरिमामय वातावरण में हुआ।कार्यक्रम का उद्घाटन आर्य समाज नोएडा की प्रधान श्रीमती मधु भसीन ने ध्वजारोहण करके किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ. जयेन्द्र कुमार, पदाधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
यज्ञ, चतुर्वेद शतकम और प्रभावशाली प्रवचन
उत्सव के पहले दिन सुबह के सत्र में चतुर्वेद शतकम, भव्य यज्ञ और भजन-प्रवचन का आयोजन हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य डॉ. जयेन्द्र कुमार रहे। मुख्य वक्ता डॉ. वेदपाल एवं भजन-उपदेशक पंडित दिनेश पथिक ने महर्षि दयानंद सरस्वती के आदर्शों, वैदिक जीवन पद्धति और आर्य समाज के सिद्धांतों पर ओजस्वी उद्बोधन दिए। श्रोताओं ने उनकी विद्वत्ता और रसिक प्रस्तुति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। पहले दिन के मुख्य यजमान विजेंद्र कटपालिया एवं श्रीमती सुशील कटपालिया रहे।
जीवन-संस्कार और वैदिक दर्शन पर गहन चिंतन
दूसरे दिन सुबह और शाम दोनों सत्रों में आचार्य डॉ. जयेन्द्र कुमार, डॉ. वेदपाल तथा पंडित दिनेश पथिक ने वैदिक सिद्धांतों, जीवन-संस्कारों और सच्चे सुख के मार्ग पर शास्त्र-सम्मत व्याख्यान दिए। वक्ताओं ने बताया कि आर्य समाज मानव जीवन को आडंबरमुक्त, अनुशासित और सरल बनाकर उसे सार्थकता प्रदान करता है।दूसरे दिन के मुख्य यजमान धीरज अरोड़ा एवं श्रीमती सीमा अरोड़ा रहे, जिन्होंने पूरे आयोजन में उत्साहपूर्वक योगदान दिया।
दोनों दिन परिसर वैदिक भजनों, यज्ञ की पवित्र अग्नि और ज्ञानपूर्ण प्रवचनों से आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु, छात्र-छात्राएं, बुद्धिजीवी और समाजसेवी इस उत्सव में शामिल होकर इसे यादगार बना रहे हैं।आगामी तीन दिनों में भी यज्ञ, प्रवचन, संस्कार चर्चा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी रहेगी। ![]()
