नोएडा, 5 जून।
थाना फेस-2 नोएडा पुलिस और सीआरटी टीम ने संयुक्त कार्रवाई में अवैध गांजा तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग तस्करी करने वाले अभियुक्त मिलन सुमन उर्फ रैक्स उर्फ चिन्टू को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया गया।

कार्रवाई का विवरण
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 4 जून 2025 को थाना फेस-2 पुलिस और सीआरटी टीम ने मुकदमा संख्या 258/25, धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत वांछित अभियुक्त मिलन सुमन को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसने अपने पुराने साथियों अजीम, बन्टी कुमार, सूरज राव, शमीम, और चंदन राव के जेल जाने के बाद नया नेटवर्क बनाया था। उसने 10 किलो गांजा मंगवाकर थाना फेस-2 क्षेत्र में एक बंद पड़ी फैक्ट्री में छिपाया था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर यह खेप बरामद की।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 4 जून 2025 को थाना फेस-2 पुलिस और सीआरटी टीम ने मुकदमा संख्या 258/25, धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत वांछित अभियुक्त मिलन सुमन को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसने अपने पुराने साथियों अजीम, बन्टी कुमार, सूरज राव, शमीम, और चंदन राव के जेल जाने के बाद नया नेटवर्क बनाया था। उसने 10 किलो गांजा मंगवाकर थाना फेस-2 क्षेत्र में एक बंद पड़ी फैक्ट्री में छिपाया था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर यह खेप बरामद की।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास और तरीका
मिलन सुमन उर्फ रैक्स उर्फ चिन्टू, गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र का निवासी, ओझी और मैंगो गांजा शिलांग व पहाड़ी क्षेत्रों से मंगवाकर एनसीआर में सप्लाई करता था। वह महंगे दामों पर गांजा बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था। अभियुक्त के पास से बरामद विदेशी मुद्राएं (20 थाईलैंड, एक अमेरिकी डॉलर, और 2000 इंडोनेशियाई रुपिया) उसके अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क की पुष्टि करती हैं। उसकी चैट्स से पता चला कि वह अपने जेल गए साथियों के नेटवर्क को भी संचालित कर रहा था।
मिलन सुमन उर्फ रैक्स उर्फ चिन्टू, गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र का निवासी, ओझी और मैंगो गांजा शिलांग व पहाड़ी क्षेत्रों से मंगवाकर एनसीआर में सप्लाई करता था। वह महंगे दामों पर गांजा बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था। अभियुक्त के पास से बरामद विदेशी मुद्राएं (20 थाईलैंड, एक अमेरिकी डॉलर, और 2000 इंडोनेशियाई रुपिया) उसके अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क की पुष्टि करती हैं। उसकी चैट्स से पता चला कि वह अपने जेल गए साथियों के नेटवर्क को भी संचालित कर रहा था।
पुलिस के अनुसार, वर्ष 2020 तक अभियुक्त के पास कोई संपत्ति नहीं थी, लेकिन तस्करी के जरिए उसने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की, जो कई राज्यों में फैली हुई है। इसकी जांच जारी है, और गैंगस्टर एक्ट के तहत उसकी अवैध संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
बरामद सामग्री
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10 किलोग्राम अवैध गांजा (कीमत लगभग 8 लाख रुपये)
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एक सफेद वरना कार (यूपी 16 डीआर 3000)
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एक मोबाइल फोन
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विदेशी मुद्राएं (थाईलैंड, अमेरिका, इंडोनेशिया)
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आधार कार्ड, पैन कार्ड, और अन्य दस्तावेज
पुलिस का बयान
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के प्रवक्ता ने बताया कि इस गिरफ्तारी से एनसीआर के स्कूलों और कॉलेजों में नशे की सप्लाई करने वाले सिंडिकेट पर बड़ा प्रहार हुआ है। पुलिस इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के प्रवक्ता ने बताया कि इस गिरफ्तारी से एनसीआर के स्कूलों और कॉलेजों में नशे की सप्लाई करने वाले सिंडिकेट पर बड़ा प्रहार हुआ है। पुलिस इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है।