जेवर, 9 जून।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट परियोजना के तहत जमीन देने वाले किसानों के बच्चों के लिए रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। सोमवार को जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह और गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने संयुक्त रूप से नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट साइट पर एक रोजगार पोर्टल का शुभारंभ किया। यह पोर्टल विशेष रूप से उन परिवारों के युवाओं के लिए तैयार किया गया है, जिन्होंने एयरपोर्ट के प्रथम चरण के लिए अपनी जमीनें दी थीं।
इस पोर्टल के माध्यम से प्रभावित किसानों के बच्चों को उनकी योग्यता के आधार पर स्थानीय और अन्य औद्योगिक इकाइयों में रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, युवाओं के कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। कल से जेवर की आरएंडआर कॉलोनी और नगर पंचायत रबूपुरा में ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए कैंप आयोजित किए जाएंगे।
शुभारंभ समारोह में जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा, “यह रोजगार पोर्टल न केवल जमीन अधिग्रहण की भरपाई है, बल्कि किसानों के परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने का एक ठोस कदम है। हमने वायदा किया था कि कोई भी किसान अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित नहीं होगा। यह पोर्टल उस वायदे को पूरा करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।”
पारदर्शिता और दक्षता पर जोर
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा, “यह रोजगार पोर्टल पारदर्शिता और दक्षता के साथ प्रभावित युवाओं को नौकरी से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” वहीं, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि प्रशासन के पास प्रभावित परिवारों के बच्चों का डाटाबेस तैयार है, जिससे सभी पात्र युवाओं को शीघ्र लाभ मिलेगा।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा, “यह रोजगार पोर्टल पारदर्शिता और दक्षता के साथ प्रभावित युवाओं को नौकरी से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” वहीं, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि प्रशासन के पास प्रभावित परिवारों के बच्चों का डाटाबेस तैयार है, जिससे सभी पात्र युवाओं को शीघ्र लाभ मिलेगा।
प्रथम चरण के किसानों को प्राथमिकता
पहले चरण में उन गांवों के किसानों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने एयरपोर्ट के लिए अपनी जमीनें दीं। बाद में अन्य प्रभावित गांवों के युवाओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इस अवसर पर नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
पहले चरण में उन गांवों के किसानों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने एयरपोर्ट के लिए अपनी जमीनें दीं। बाद में अन्य प्रभावित गांवों के युवाओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इस अवसर पर नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
यह पहल न केवल प्रभावित किसानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि क्षेत्र में समावेशी विकास को भी बढ़ावा देगी।