नोएडा। (नोएडा खबर डॉट कॉम)
ग्रेटर नोएडा के जलालपुर गांव के तांत्रिक नरेश प्रजापति की हत्या की सिलसिले में बिसरख पुलिस ने पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है यह हत्या तांत्रिक द्वारा वशीकरण के जरिए एक युवक की पत्नी के छोड़कर चले जाने का बदले लेने के लिए की गई है। दिलचस्प तथ्य है कि इस घटना को अंजाम देने के बदले में 100-100 गज के प्लाट देने का लालच दिया गया।
हत्याकांड का कारण:
यह खौफनाक हत्या की कहानी प्रवीण शर्मा की पत्नी के कथित वशीकरण से शुरू हुई। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, प्रवीण शर्मा का मानना था कि तांत्रिक नरेश प्रजापति ने उसकी पत्नी को वशीकरण कर उससे दूर कर दिया। गुस्से और बदले की आग में जल रहे प्रवीण ने अपने दोस्त सुनील के जरिए एक खतरनाक साजिश रची। उसने नीरज, सौरभ और अन्य साथियों को 100-100 गज के प्लॉट और लग्जरी गाड़ियों का लालच देकर नरेश की हत्या का ठेका दिया। इस लालच में फंसकर अपराधियों ने एक सुनियोजित हत्याकांड को अंजाम दिया।
हत्याकांड की कहानी:
2 अगस्त 2025 की रात, रोजा जलालपुर के बाहर नरेश प्रजापति को एक स्विफ्ट डिजायर कार में बैठाया गया। नरेश को पूजा-पाठ के बहाने बुलाने वाले नीरज, सौरभ और उनके साथी सौरभ के भाई ने उसका भरोसा जीता। लेकिन जैसे ही कार सुनसान इलाके में पहुंची, साजिश ने खौफनाक रंग लिया। नरेश के गमछे से उसका गला घोंटकर उसे बेहोश कर दिया गया। इसके बाद, बुलंदशहर के नरसेना थाना क्षेत्र में नहर के पास ले जाकर सौरभ ने धारदार दांती से नरेश के सिर पर कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शव को झाड़ियों से भरे नहर के किनारे फेंक दिया गया, और नरेश का आधार कार्ड, पैन कार्ड और मोबाइल भी नहर में ठिकाने लगा दिया गया।
पुलिस मुठभेड़ में चढ़े हत्थे
14 अगस्त 2025 को थाना बिसरख पुलिस को खुफिया सूचना मिली। चिपियाना बुजुर्ग के पास चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार को रुकने का इशारा किया। लेकिन बदमाशों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा किया तो कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, लेकिन पुलिस ने जवाबी फायरिंग में नीरज और सुनील को पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। बाकी तीन बदमाश—सौरभ कुमार, प्रवीण शर्मा और प्रवीन मावी—को घेरकर पकड़ लिया गया।
बरामद सामान और सबूत:
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस ने बदमाशों से हत्या में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट डिजायर कार (रजि. नं. UP 37 K 1800), एक टूटा हुआ की-पैड मोबाइल, नरेश का गमछा, धारदार दांती, तीन देशी तमंचे, तीन जिंदा कारतूस और दो खोखा कारतूस बरामद किए।
साजिश का पर्दाफाश:
पूछताछ में पता चला कि यह साजिश जून 2025 में शुरू हुई, जब नीरज की मुलाकात खान उर्फ महराज से हुई। खान ने सुनील और प्रवीण की कहानी सुनाई और हत्या का लालच दिया। 16 जुलाई को नीरज और सौरभ ने नरेश की दुकान पर जाकर उसकी पहचान पक्की की। 24 जुलाई को प्रवीण ने फिर से प्लॉट और गाड़ियों का लालच दिया। प्रवीन मावी ने बुलंदशहर में नहर के पास सुनसान जगह सुझाई, जहां हत्या को अंजाम दिया गया।इस घटना में गिरफ्तार अपराधी नीरज, निवासी कावी, पिलखुवा, हापुड़,सुनील कुमार, निवासी दुजाना, बादलपुर, गौतमबुद्धनगर, सौरभ कुमार, निवासी भरना, सिम्भावली, बुलंदशहर, प्रवीण शर्मा, निवासी रोजा जलालपुर, बिसरख, गौतमबुद्धनगर और प्रवीन मावी, निवासी मवई, नरसेना, बुलंदशहर आदि शामिल रहे।
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने कहा कि यह गौतमबुद्धनगर पुलिस की सजगता और मेहनत का नतीजा है। हमने इस जघन्य अपराध का खुलासा कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।