नोएडा। लोकसत्य।
नोएडा प्राधिकरण पर भारतीय किसान यूनियन मंच के अनिश्चितकालीन धरने के पांचवें दिन धरना स्थल पर आयोजित महापंचायत में किसानों ने प्राधिकरण के अधिकारियों से वार्ता के बाद धरना 26 नवंबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया। किसानों ने सख्त शर्तें लगाईं कि 25 नवंबर तक उनकी मांगें पूरी न होने पर 26 नवंबर से दोबारा अनिश्चितकालीन धरना शुरू होगा।
महापंचायत में सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत से अनिल तालान, भारतीय किसान यूनियन भानु से विकास गुज्जर, प्रेमसिंह भाटी, राजवीर मुख्या, सुभाष भाटी, तथा जय जवान जय किसान मोर्चा से सुनील फौजी उपस्थित रहे।
महापंचायत की अध्यक्षता अनुप निर्वाण ने की, जबकि संचालन सोनू लोहिया और अमित बैसोया ने किया। दोपहर 12 बजे शुरू हुई महापंचायत में किसानों ने एलआईयू और मंच के माध्यम से नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को आमंत्रित किया कि वे पंचायत में आकर किसानों के कार्यों की प्रगति बताएं, लेकिन तीन बार अपील के बावजूद कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। इससे नाराज किसानों ने पंचायत में नोएडा प्राधिकरण पर ताला लगाने का फैसला लिया।
लगभग 3 बजे किसान धरना स्थल से प्राधिकरण कार्यालय की ओर बढ़े, जहां पुलिस और किसानों के बीच तीखी नोकझोंक व धक्कामुक्की हुई। पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद किसान शांत हुए और वापस धरना स्थल पर लौट आए।
इसके बाद नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश पाल, ओएसडी क्रांति शेखर, अरविंद कुमार तथा एसीपी प्रवीण कुमार धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों से वार्ता की। अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए 15 दिन का समय मांगा तथा प्राथमिकता का आश्वासन दिया।धरना स्थल पर किसानों ने चर्चा कर अधिकारियों को शर्तें बताईं: 12 नवंबर को मीटिंग में कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, 25 नवंबर तक सभी कार्य पूरे होंगे। यदि ऐसा न हुआ तो 26 नवंबर से 81 गांव के किसानों के साथ दोबारा धरना शुरू होगा। साथ ही, 26 नवंबर से पहले प्राधिकरण चेयरमैन दीपक कुमार से किसानों की मीटिंग होगी और आज की वार्ता की मिनट्स कल तक उपलब्ध कराई जाएंगी। अधिकारियों ने सभी शर्तें स्वीकार कीं और कहा कि किसानों को दोबारा आंदोलन की जरूरत नहीं पड़ेगी, वे 26 तारीख तक संतुष्ट कर देंगे।
धरने को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल त्यागी ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण किसानों को हल्के में न ले। इस बार किसान अपना हक लेकर ही वापस जाएंगे। आश्वासनों पर धरना समाप्त नहीं होगा, चाहे कितना लंबा क्यों न चले। उन्होंने 26 नवंबर 2025 तक दोबारा आंदोलन की चेतावनी दी और कहा कि मंच गांवों में जाकर किसानों को जागरूक करेगा तथा प्राधिकरण की तानाशाही नीतियों से अवगत कराएगा।
राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधीर चौहान ने मीटिंग में सवाल-जवाब किए और किसानों का पक्ष मजबूती से रखा। अधिकारियों ने माना कि किसानों के साथ अन्याय हुआ है और उनका हक नहीं मिला। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान ने अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश पाल से कहा कि प्राधिकरण ने हमेशा किसानों को छलने का प्रयास किया। समझौते पत्रों में साफ लिखा है कि किसानों को 5 प्रतिशत व 10 प्रतिशत भूखंड, 1976 से 1997 के बीच के किसान कोटे के प्लॉट तथा आबादी का संपूर्ण निस्तारण जैसे लाभ बकाया हैं।
इस अवसर पर प्रमोद त्यागी, सूरज प्रधान, चरण सिंह प्रधान, कालू प्रधान, सुरेंद्र प्रधान, सोनू लोहिया, मीडिया प्रभारी अशोक चौहान, एडवोकेट दिनेश भाटी, मनविंदर भाटी, चिंकू यादव, उमंग शर्मा, मूले चौहान, वीर सिंह टाइगर, गजेंद्र बैसोया, प्रिंस भाटी, आशीष चौहान, राजपाल चौहान, राहुल पवार, उमंग शर्मा, अमित बैसोया, रिंकू यादव, अभिषेक चौहान, अनुप चौहान, मास्टर बीर सिंह चौहान, प्रमोद त्यागी, सुरेन्द्र निर्वाण, पुष्पेन्द्र चौहान, तेज सिंह चौहान, भवर सिंह चौहान, पुष्पेंद्र चौहान सहित सैकड़ों किसान धरने में शामिल हुए।
 ![]()
